Physics Nobel Prize 2023 Winners | फिजिक्स में नोबेल प्राइज UPSC GK

Physics Nobel Prize 2023 – 3 अक्टूबर 2023 को रॉयल स्वीडिश अकादमी ऑफ़ साइंसेज द्वारा वर्ष 2023 के लिए भौतिकी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार (Physics Nobel Prize 2023) की घोषणा की गई| वर्ष 2023 में अलग-अलग क्षेत्रों में नोबेल प्राइज के लिए 351 उम्मीदवार हैं। 1901 में जब नोबेल प्राइज की शुरुआत हुई थी। इस आर्टिकल में हम वर्ष 2023 में भौतिकी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार (Physics Nobel Prize 2023) के बारे में पढेंगे|

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Physics Nobel Prize 2023 Winners

Physics Nobel Prize 2023 Winners
Physics Nobel Prize 2023 Winners
  • वर्ष 2023 में भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के लिए पियरे ऑगस्टिनी, फेरेंस क्राउसज व एनी एल’हुलियर को चुना गया|
  • इन तीनों वैज्ञानिको के द्वारा “पदार्थ में इलेक्ट्रान गतिशीलता के अध्ययन के लिए प्रकाश के एटोसेकंड पल्स उत्पन्न करके प्रयोगात्मक तरीको को विकसित” किया गया|
  • पियरे ऑगस्तिनी फ़्रांस, फेरेंस क्राउसज हंगेरियन मूल के आस्ट्रियाईएनी एल’हुलियर फ़्रांस की नागरिक हैं|
  • नोबेल समिति का मानना है कि इनके प्रयोग से तत्व और पदार्थ में मौजूद इलेक्ट्रॉन्स की दुनिया को समझने में अहम मदद मिलेगी।
  • एनी हुलियर फिजिक्स की फील्ड में नोबेल जीतने वाली पांचवीं महिला बनी हैं। अब तक फिजिक्स के क्षेत्र में 119 लोगों को ये सम्मान दिया गया है।

प्रयोग के लिए किया गया सेटअप

इन वैज्ञानिको द्वारा निम्न चरणों में प्रयोग के लिए सेटअप तैयार किया गया|

Physics Nobel Prize 2023 Winners Experiment Setup
Physics Nobel Prize 2023 Winners Experiment Setup
  1. सबसे पहले एक लेजर लाइट को 2 भागों में विभाजित किया जाता है|
  2. पहली लाइट से एटोसेकंड पल्स तैयार करने के लिए एक निर्धारित दिशा में मोड़कर अक्रिय गैस से गुजारा जाता है|
  3. वहीं दूसरी तरफ की लाइट को उसके मूल रूप में रखते हुए कई बार परावर्तित किया जाता है ताकि वह ऑब्जरवेशन तक देरी से पहुंचे|
  4. इसके बाद एटोसेकंड पल्स को फ़िल्टर से पास कराकर दूसरी लेजर लाइट के साथ मिलाया जाता है|
  5. इस तरह से इलेक्ट्रॉन्स की गति का बेहतर तरीके से अध्ययन कर सकते हैं|

इलेक्ट्रॉन का अध्ययन

पूरी दुनिया पदार्थ से बनी है। वहीं, पदार्थ अनगिनत तत्व से मिलकर बनता है। एक तत्व में कई इलेक्ट्रॉन्स होते हैं जो अलग-अलग ऑर्बिट्स में मौजूद होते हैं। ये लगातार गति करते रहते हैं। जब इलेक्ट्रॉन एक ऑर्बिट से दूसरे ऑर्बिट में जाता है तो इनके ऊर्जा स्तर में बदलाव आता है।

इस बदलाव को समझने के लिए प्रकाश की एटोसेकेंड पल्स की मदद ली जाती है। इन वैज्ञानिको ने ऐसे तरीकों को विकसित किया, जिनके जरिए लाइट की ऐसी ही सूक्ष्म तरंगों को उत्पन्न किया गया था। इससे इलेक्ट्रॉन्स की गति और इनमें होने वाले ऊर्जा के बदलाव के अध्ययन में मदद मिलेगी।

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फिजिक्स के क्षेत्र में नोबेल प्राइज

27 नवंबर 1895 को अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी अंतिम वसीयत और वसीयतनामा पर हस्ताक्षर किए। इससे उन्होंने अपने वसीयत का सबसे बड़ा हिस्सा पुरस्कारों की एक सीरीज, नोबेल प्राइज को दे दिया। नोबेल प्राइज फिजियोलॉजी, मेडिसिन, फिजिक्स, केमिस्ट्री, लिटरेचर, पीस और इकोनॉमिक साइंस के क्षेत्र में दिया जाता है।

अल्फ्रेड के वसीयतनामा के मुताबिक, फिजिक्स नोबेल प्राइज उस व्यक्ति को दिया जाता है, जिसने फिजिक्स क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण खोज या आविष्कार किया होता है। 1921 से 2023 तक फिजिक्स में कुल 119 नोबेल प्राइज दिए गए हैं।

1916, 1931, 1934, 1940-41 और 1942 में फिजिक्स नोबेल प्राइज नहीं दिए गए थे। इसका निर्णय नोबेल फाउंडेशन ने लिया था। नोबेल फाउंडेशन नियम के मुताबिक यदि कोई खोज या आविष्कार तय मापदंड के पैमाने पर खरा नहीं उतरता, तो पुरस्कार राशि अगले वर्ष तक के लिए आरक्षित रख ली जाती है । वर्ल्ड वॉर-1 और 2 के दौरान कम नोबेल पुरस्कार दिए गए थे।

तो इस प्रकार से हमने वर्ष 2023 में भौतिकी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार विजेताओं के बारे में पढ़ लिया है| आशा करते हैं कि यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा|

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